जानें अनजाने घरों में कहीं भी पीपल का पेड़ उग जाता है, जिसे अधिकतर लोग निकाल कर फेंक देते हैं। इसके अलावा अगर निर्माण कार्य के दौरान आपने पीपल का पेड़ कटवाया है, तो आपको इस दोष से मुक्त करने के लिए योगिनी एकादशी का व्रत करना चाहिए। ऐसा कहा गया है कि अगर जबूरी में आप को पीपल का पेड़ कटवाना पड़ा है तो ऐसी स्थिति में योगिनी एकादशी का व्रत रखकर आप इस दोष से मुक्ति पा सकते हैं। धार्मिक ग्रंथों में पीपल के पेड़ पर ब्रह्मा का वास माना गया है, इसलिए इसको काटने से दोष लगता है। अगर आपसे यह पाप कभी हुआ है तो आप इस योगिनी एकादशी व्रत को रखकर इस व्रत से मुक्ति पा सकते हैं।
Yogini ekadashi 2022: योगिनी एकादशी के दिन बन रहा लक्ष्मी नारायण योग
आपको बता दें कि योगिनी एकादशी तिथि आज 23 जून, गुरुवार को रात 9 बजकर 42 मिनट पर लगेगी और 24 जून शुक्रवार रात 11 बजकर 13 मिनट तक रहेगी। इसलिए योगिनी एकादशी का व्रत 24 जून को रखा जाएगा।
व्रत का पारण दूसरे दिन द्वादशी तिथि पर ईष्ट देवी-देवता, भगवान श्रीविष्णु की पूजा-अर्चना करने के पश्चात् करना चाहिए।