लंदन. ब्रिटेन में मेडिकल साइंस को चुनौती देने वाला मामला सामने आया है. यहां दो साल के एक बच्चे में अभी से जवानी के लक्षण दिखे हैं. बच्चे में लक्षण ऐसे हैं, जो 16 साल के लड़के में दिखते हैं. इस बच्चे का वजन 12 किलो है. लेकिन, इस बच्चे के वजन की वजह फैट नहीं, बल्कि मांसपेशियां हैं.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, आमतौर पर किसी लड़के या लड़की में मैच्योरिटी के लक्षण 12 से 16 साल की उम्र में दिखते हैं, मगर उनके शरीर और जननांगों (Reproductive Organ) में बदलाव नजर आते हैं. लेकिन, इस बच्चे में 2 साल की उम्र में ही ऐसे डेवलपमेंट्स पाए गए हैं. डॉक्टरों ने इसे एक दुर्लभ मामला माना है.
ब्लड टेस्ट से हुआ खुलासा
रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे की मां का कहना है कि बच्चे का ब्लड टेस्ट हुआ है. रिपोर्ट में सामने आया कि बच्चे में सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन का स्तर काफी ज्यादा था. यह हार्मोन पुरुषों में अधिक मात्रा में बनता है, लेकिन एक बच्चे में हार्मोन का स्तर इतना ज्यादा मिलना चौंकाने वाला है.
बच्चे के पिता को है टेस्टिस से जुड़ी गंभीर
डॉक्टरों का मानना है कि बच्चे की यह स्थिति ऑर्टिफिशियल टेस्टोस्टोरॉन के संपर्क में आने से हो सकती है. ऐसा इसलिए कहा गया, क्योंकि बच्चे के पिता को टेस्टिस से जुड़ी गंभीर बीमारी है. इसके लिए वह कई सालों से रोजाना स्किन पर टेस्टोस्टेरॉन जेल का इस्तेमाल कर रहे थे.
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बच्चे में क्यों दिखा ये लक्षण?
टेस्टोस्टेरॉन जेल का प्रयोग करने के लिए इसे कंधे, बांहों या पेट पर लगाया जाता है. ऐसा करने के बाद स्किन इसे सोख लेती है. डॉक्टर्स का कहना है, ‘ऐसा हो सकता है कि पिता ने इसे लगाया हो और फिर वो बच्चे के संपर्क में आया हो. इसलिए इस जेल का असर बच्चे तक पहुंचा.’
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FIRST PUBLISHED : June 20, 2022, 11:25 IST