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Highlights
- 5,091 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया निर्गम मूल्य
- 19 से लेकर 24 जून तक निवेश करने का मौका
- 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट ऑनलाइन भुगतान पर
SGB: सरकारी स्वर्ण बॉन्ड (एसजीबी) योजना 2022-23 की पहली श्रृंखला खरीद के लिये 20 जून से पांच दिनों के लिए खुलेगी। इसके लिए निर्गम मूल्य 5,091 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सरकारी स्वर्ण बॉन्ड (एसजीबी) योजना 2022-23 की पहली श्रृंखला खरीद के लिये 20 से 24 जून, 2022 के बीच खुलेगी। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, ‘‘स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 5,091 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है। आरबीआई ने कहा, ऑनलाइन या डिजिटल माध्यम से स्वर्ण बांड के लिये आवेदन और भुगतान करने वाले निवेशकों के लिये निर्गम मूल्य 50 रुपये प्रति ग्राम कम होगा। इस तरह के निवेशकों के लिए स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 5,041 रुपये प्रति ग्राम है। स्वर्ण बॉन्ड योजना 2022-23 की दूसरी श्रृंखला आवेदन के लिए 22 से 26 अगस्त के दौरान उपलब्ध होगी।
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सबसे पहले गोल्ड बांड योजना नवंबर 2015 में लाई गई
केंद्रीय बैंक दरअसल भारत सरकार की तरफ से बांड जारी करता है। ये निवासी व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवार (एचयूएफ), न्यासों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थाओं को ही बेचे जा सकते है। पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 12,991 करोड़ रुपये मूल्य के 10 किस्तों में एसजीबी जारी किये गये थे। अभिदान की अधिकतम सीमा व्यक्तियों के लिए चार किलोग्राम, एचयूएफ के लिए चार किलोग्राम और न्यासों तथा समान संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम है। सोने की भौतिक मांग को कम करने के इरादे से सबसे पहले गोल्ड बांड योजना नवंबर 2015 में लाई गई थी।
कहां से कर सकते हैं खरीदारी
केंद्रीय बैंक के अनुसार ये बॉन्ड स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), नामित डाकघरों और एनएसई तथा बीएसई जैसे मान्यता प्राप्त शेयर बाजारों के जरिए बेचे जाएंगे। योजना के तहत आम निवेशक न्यूनतम एक ग्राम सोना और अधिकतम चार किलो ग्राम सोना के लिये निवेश कर सकते हैं। हिंदु अविभाजित परिवार चार किलो और न्यास तथा इसी प्रकार की इकाइयां प्रत्येक वित्त वर्ष में 20 किलो के लिए आवेदन कर सकती हैं। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) पर हर साल एक निश्चित ब्याज निवेशकों को मिलता है। इस ब्याज की दर 2.5 फीसदी सालाना तय की गई है। यह ब्याज छमाही आधार (Half yearly basis) पर निवेशक को प्राप्त हो जाता है।
निवेश के लिए फायदेमंद विकल्प
वित्त वर्ष 2021-22 और 2020-21 में कुल 29,040 करोड़ रुपये की राशि जुटाई गई, जो कुल जुटाई गई राशि का लगभग 75 प्रतिशत है। आरबीआई ने 2021-22 के दौरान एसजीबी की 10 किस्तें जारी कर 12,991 करोड़ रुपये (27 टन) की कुल राशि जुटाई। केंद्रीय बैंक ने 2020-21 में एसजीबी की 12 किस्तें जारी कर 16,049 करोड़ रुपये (32.35 टन) की कुल राशि जुटाई। मुंबई स्थित निवेश सलाहकार फर्म कैरोस कैपिटल के संस्थापक और प्रबंध निदेशक ऋषद मानेकिया ने कहा कि एसजीबी को भौतिक सोना रखने के विकल्प के रूप में देखा जा सकता है और इसमें निवेश करके प्रतिफल भी मिलता है। इसके सरकार द्वारा समर्थित होने और सुरक्षा की दृष्टि से यह फायदेमंद विकल्प है।